Comments (6)
18 May 2020 08:35 AM
स्त्री है जो जोड़ती है
ईंट गारे से जीवन की इमारत
एक मजदूर की तरह
संतोष है
अपने ही रहते हैं
……बहुत सुंदर प्रश्न ? उत्तर भी दे.
अंजनीत निज्जर
Author
18 May 2020 09:50 AM
Thanks ?? आपने पढ़ा, ज़रूर उत्तर अगली कविता में?
18 May 2020 08:26 AM
सुंदर प्रश्नवाचक प्रस्तुति।
धन्यवाद !
अंजनीत निज्जर
Author
18 May 2020 09:51 AM
धन्यवाद ????
बेहतरीन जी✍️
Thank you ?