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माँँ का ह्रदय सागर जैसा विशाल होता है। वह एक प्रेम का सागर है जिसमें प्रेम की लहरें हिलोरे लेती रहती है। वह धैर्य की पराकाष्ठा है और त्याग की देवी है। वह वात्सल्य का स्वर्ग एवं प्रेम का उत्कर्ष है।
धन्यवाद
माँँ का ह्रदय सागर जैसा विशाल होता है।
वह एक प्रेम का सागर है जिसमें प्रेम की लहरें हिलोरे लेती रहती है।
वह धैर्य की पराकाष्ठा है और त्याग की देवी है।
वह वात्सल्य का स्वर्ग एवं प्रेम का उत्कर्ष है।
धन्यवाद