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Comments (4)

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12 May 2020 04:55 PM

वी आई पी संस्कृति का वर्णन, यथार्थ परक है।

12 May 2020 04:59 PM

धन्यवाद महोदय।

12 May 2020 03:54 PM

जब तक आदमी सामान्य रहता है तब तक ही स्वछंद है जैसे ही खास होता है तो अदृश्य बेरी में जकड़ जाता है ।
धन्यवाद!

12 May 2020 04:59 PM

धन्यवाद उमा जी।

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