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तेरी मोहब्बत में इतना पशेमाँँ हो गया हूँँ। कभी चांद को तो कभी तेरे चेहरे को देखता हूँँ।
श़ुक्रिया !
तेरी मोहब्बत में इतना पशेमाँँ हो गया हूँँ।
कभी चांद को तो कभी तेरे चेहरे को देखता हूँँ।
श़ुक्रिया !