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सत्य वचन ! वो तो दुश्मनी है जो मेरी कमजोरियों से मुझे वाकिफ़ कराती है। मुझे हर मुसीबत से टक्कर लेने का हौसला दिलाती है। मैं तो तारीफों के पुल से आसमान में उड़ने लगा था वो मुझे जमीन पर लाकर मेरी हस्ती की हक़ीक़त बताती है।
धन्यवाद !
सत्य वचन !
वो तो दुश्मनी है जो मेरी कमजोरियों से मुझे वाकिफ़ कराती है।
मुझे हर मुसीबत से टक्कर लेने का हौसला दिलाती है।
मैं तो तारीफों के पुल से आसमान में उड़ने लगा था वो मुझे जमीन पर लाकर मेरी हस्ती की हक़ीक़त बताती है।
धन्यवाद !