You must be logged in to post comments.
याद में तेरी जाग जाग के हम रात भर करवटें बदलते हैं। हर घड़ी तेरी उल्फ़त के धीमे धीमे च़िराग जलते हैं।
श़ुक्रिया !
सुन्दर ?
याद में तेरी जाग जाग के हम रात भर करवटें बदलते हैं।
हर घड़ी तेरी उल्फ़त के धीमे धीमे च़िराग जलते हैं।
श़ुक्रिया !