Comments (4)
5 May 2020 04:48 AM
राज ए दर्द
शशि शर्मा "मंजुलाहृदय"
Author
5 May 2020 03:19 PM
धन्यवाद
उनकी मुस्कुराती आंखों के नीचे परत दर परत गम छलकते देखे हैं।
उनकी खामोशी के पीछे मैंने उनके दर्दे दिल के जख्म सुलगते देखे हैं।
श़ुक्रिया !
बहुत खूब ?