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5 May 2020 07:39 AM

बहुत खूब लिखा आपने ।सुन्दर प्रस्तुति ।
धन्यवाद!

लाख भुलाने की कोशिशें की पर तुझे ना भुला पाए।
तुम तो मेरी रूह तक पाब़स्ता हो किस कदर तुझे दिल से निकाल पाएंं।

श़ुक्रिया !

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