You must be logged in to post comments.
मेरे दिल के टुकड़े ना जोड़िए। मेरी खामोशी को ना तोड़िए । यही आईना तो है काम का। जो टूट कर भी सदा ना दे।
श़ुक्रिया !
क्या बात है
मेरे दिल के टुकड़े ना जोड़िए।
मेरी खामोशी को ना तोड़िए ।
यही आईना तो है काम का।
जो टूट कर भी सदा ना दे।
श़ुक्रिया !
क्या बात है