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हैरतों के सिलसिले सोज़े निहांं तक आ गए।
हम तो दिल तक चाहते थे तुम तो जाँ तक आ गए।

श़ुक्रिया !

वाह!! क्या ख़ूब कहा आपने,
धन्यवाद ??

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