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23 Apr 2020 05:54 PM

धरती माता के दर्द का बख़ान करती कविता

प्रकृति सीख दे रही। अब भी सचेत हो जा इंसान ।
सचेतक कविता । धन्यवाद चतुर्वेदी जी

वर्तमान पर्यावरण अवस्था पर कुठाराघात करती हुई प्रश्नवाचक प्रस्तुति।

धन्यवाद !

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