आधुनिक परिवेश में युवाओं में संस्कार विहीनता एवं सामाजिक मूल्यों का पतन एक ज्वलंत प्रश्न है। जब तक इस दिशा में युवाओं में चेतना जागृत करने का प्रयास नहीं किया जाता और उनमें भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों का ज्ञान पोषित नहीं किया जाता तब तक स्थिति में सुधार की संभावना नहीं है।
आपकी चिंता वर्तमान परिपेक्ष में स्वाभाविक है।
आधुनिक परिवेश में युवाओं में संस्कार विहीनता एवं सामाजिक मूल्यों का पतन एक ज्वलंत प्रश्न है। जब तक इस दिशा में युवाओं में चेतना जागृत करने का प्रयास नहीं किया जाता और उनमें भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों का ज्ञान पोषित नहीं किया जाता तब तक स्थिति में सुधार की संभावना नहीं है।
आपकी चिंता वर्तमान परिपेक्ष में स्वाभाविक है।
धन्यवाद !
मनोबल बढ़ाने और उत्साहवर्धन के लिए आत्मीय धन्यवाद।