Comments (4)
15 Apr 2020 05:29 PM
बहुत ही अच्छी कविता है।
14 Apr 2020 01:48 AM
सुंदर व्यंगात्मक प्रस्तुति।
धन्यवाद !
13 Apr 2020 11:26 PM
जीव कहे अविनाशी ,
सुन कबीर को आये हाँसी ।
बहुत ही अच्छी कविता है।
सुंदर व्यंगात्मक प्रस्तुति।
धन्यवाद !
जीव कहे अविनाशी ,
सुन कबीर को आये हाँसी ।
जीव कभी नष्ट नहीं होता