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ये सिय़ासत के आदम़जात नंगों की फ़ितरत है जिसने भूख़ी अवाम़ के दिलों में मज़हब का ज़हर भर दिया है। जिसने दोस्त को दोस्त से जुदा कर दुश़्मन बना दिया है।
श़ुक्रिया !
ये सिय़ासत के आदम़जात नंगों की फ़ितरत है
जिसने भूख़ी अवाम़ के दिलों में मज़हब का ज़हर भर दिया है।
जिसने दोस्त को दोस्त से जुदा कर दुश़्मन बना दिया है।
श़ुक्रिया !