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Comments (4)

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बहुत सुंदर

11 Apr 2020 09:11 PM

ना वो जमाना बदल है ,
ना वो मोहब्बत बदली है ।
बहुत सोचा तो पता कि ,
वो मोहब्बत करने नजरिया बदल है ,
वो मन की स्थिरता बदली है ।।

?? आपकी प्रस्तुति अति सुन्दर है वास्तविक बात कही आपने ??

मोहब्ब़त के सुहाने दिन जवानी की हंसी रातें।
जुदाई में नजर आती है ये सब ख़्वाब की बातें।
ये तन्हाई नहीं थी इस जगह की प्यार की महफिल।
तेरे गम से गले मिलकर यहां अब रो रहा है दिल।
यही हँस हँस के होतींं थी कभी अपनी मुलाकातें।

श़ुक्रिया !

11 Apr 2020 08:21 PM

उत्तम सर , बहुत उत्तम

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