Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (4)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

बेहतरीन रदीफ़ का निर्वहन किया है अपने अच्छी गकल सुंदर भाव और शब्द संयोजन

6 Apr 2020 12:47 PM

धन्यवाद सर

मैं तो तुम्हारे दिल में पाब़स्ता हूं किस क़दर भुलाओगे मुझे।
जब भी तुम्हारा दिल धड़केगा हर धड़कन में पाओगे मुझे।

श़ुक्रिया !

5 Apr 2020 02:47 PM

Thanks

Loading...