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तमन्ना जिनकी की वो हमारे ना बन सके। वक्त की नज़ाकत थी या मुक़द्दर का करिश्मा। हम उनके हो लिए पर वो हमारे ना बन सके।
श़ुक्रिया !
तमन्ना जिनकी की वो हमारे ना बन सके।
वक्त की नज़ाकत थी या मुक़द्दर का करिश्मा।
हम उनके हो लिए पर वो हमारे ना बन सके।
श़ुक्रिया !