Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (1)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

नियति का चक्र इस प्रकार है । वह बिना कहे सब कुछ कह जाती है । और दानवीय प्रवृत्तियों को मानवीय प्रवृत्तियों में बदलते देर नहीं लगती।

धन्यवाद !

Loading...