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नियति का चक्र इस प्रकार है । वह बिना कहे सब कुछ कह जाती है । और दानवीय प्रवृत्तियों को मानवीय प्रवृत्तियों में बदलते देर नहीं लगती।
धन्यवाद !
नियति का चक्र इस प्रकार है । वह बिना कहे सब कुछ कह जाती है । और दानवीय प्रवृत्तियों को मानवीय प्रवृत्तियों में बदलते देर नहीं लगती।
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