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तेरी यादों के सहारे जी लेता हूं । वरना ये जिंदगी मौत से बेहतर नहीं ।
श़ुक्रिया !
कैसा छलावा सा था इश्क उनका सब कुछ लुटा कर भी मुस्कुरा बैठे
सुभ़ानअल्लाह
तेरी यादों के सहारे जी लेता हूं ।
वरना ये जिंदगी मौत से बेहतर नहीं ।
श़ुक्रिया !
कैसा छलावा सा था इश्क उनका
सब कुछ लुटा कर भी मुस्कुरा बैठे
सुभ़ानअल्लाह