Comments (4)
26 Mar 2020 10:09 PM
अपनी ज़मी को तो न संवार पाये हम
चांद तारों को छूने की ख़्वाहिश रखते हैं ।
बहुत बढ़िया ।
राहुल कुमार सागर बदायूंनी
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1 Apr 2020 05:29 PM
बहुत बहुत शुक्रिया
बेहतऱीन पेश़कश़ ।
श़ुक्रिया !
Bahut bahut shukriya jnab