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जब से हाक़िम खुद चोरों के सरदार बन गए हैं। उनके ख़ादिम हम भी उनके पैरोक़ार बन गए हैं।
श़ुक्रिया !
जब से हाक़िम खुद चोरों के सरदार बन गए हैं।
उनके ख़ादिम हम भी उनके पैरोक़ार बन गए हैं।
श़ुक्रिया !