Comments (6)
21 Mar 2020 12:14 PM
Nice
Mugdha shiddharth
Author
21 Mar 2020 10:00 PM
बहुत आभार आप का…
मेरे शब्दों में पता नहीं वो बात है या नहीं, मगर आप पढ़ते हैं, बर्दाश्त करते हैं और सराहते भी हैं। बता नहीं सकती कितनी खुशी मिलती है…?
मन में फूल खिलते हैं मुरझा जाते हैं
फिर भी हम दिल में आशा के दीपक जलाए जिए जाते हैं।
धन्यवाद !
बहुत खूब !
शुक्रिया.?