विगत वर्ष माह मार्च में कोरोनावायरस के संक्रमण से कुछ दिन पूर्व भगवान तिरुपति बालाजी के दर्शन को जाने पर वहां पापनाशनी मां गंगा के झरने में स्नान ध्यान एवं पूजन वंदन से लौटते समय मन में इस पर एक प्रार्थना की रचना करने का विचार आया, और अपने विश्राम के साथ ही इस प्रार्थना को लिखना प्रारम्भ किया!
विगत वर्ष माह मार्च में कोरोनावायरस के संक्रमण से कुछ दिन पूर्व भगवान तिरुपति बालाजी के दर्शन को जाने पर वहां पापनाशनी मां गंगा के झरने में स्नान ध्यान एवं पूजन वंदन से लौटते समय मन में इस पर एक प्रार्थना की रचना करने का विचार आया, और अपने विश्राम के साथ ही इस प्रार्थना को लिखना प्रारम्भ किया!