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उत्तम रचना जी. आप मेरी रचना ‘मौसम ने ली अंगड़ाई’ पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य साझा करें जी.
जी बिल्कुल , आभार महोदय जी ।
तेरे बिन आए पिया मोहे नहीं चैना। तेरे दरस को तरसे है मोरे नैना रे नैना।
धन्यवाद !
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उत्तम रचना जी. आप मेरी रचना ‘मौसम ने ली अंगड़ाई’ पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य साझा करें जी.
जी बिल्कुल ,
आभार महोदय जी ।