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रुस़वाईयों के डर से ग़मों को जज़्ब करना सीख लिया है । आंसुओं को पी कर खामोश रहना सीख लिया है।
श़ुक्रिया !
रुस़वाईयों के डर से ग़मों को जज़्ब करना सीख लिया है ।
आंसुओं को पी कर खामोश रहना सीख लिया है।
श़ुक्रिया !