Comments (4)
27 Feb 2020 08:00 AM
जिस्म पर बने नश़्तरों के ज़ख्म वक्त गुजरते भर जाते हैं ।
पर बनते जो ज़ख्म दिलों पर गुजरते वक्त गहराते हैं ।
श़ुक्रिया !
Seema katoch
Author
27 Feb 2020 09:55 PM
Thanks ji
वक्त सब घावों का मरहम है
बस इसे चाहिये प्रकृति का संग और प्रसन्न चित साथियो का साथ।
Thanks ji