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इंसानी फ़ितरत तो इस क़दर है । अपने मुक़द्दर को भी धोखा देने की कोश़िश करता इंस़ा नज़र आता है ।
श़ुक्रिया !
Bilkul sahi baat hai
इंसानी फ़ितरत तो इस क़दर है ।
अपने मुक़द्दर को भी धोखा देने की कोश़िश करता इंस़ा नज़र आता है ।
श़ुक्रिया !
Bilkul sahi baat hai