You must be logged in to post comments.
जितना मैं खुद को न जान सका उससेअधिक माँँ तूने मुझे पहचाना। मैंने तो ईश्वर को जब भी जाना माँँ तेरे ही रूप में उसे पहचाना। धन्यवाद !
जी शुक्रिया
जितना मैं खुद को न जान सका उससेअधिक माँँ तूने मुझे पहचाना।
मैंने तो ईश्वर को जब भी जाना माँँ तेरे ही रूप में उसे पहचाना।
धन्यवाद !
जी शुक्रिया