Comments (6)
1 Feb 2020 11:38 PM
देश की लचर न्याय प्रणाली पर आपका व्यंग शासन व्यवस्था पर कुठाराघात है । और जनमानस की व्यथा को प्रकट करता है ।
धन्यवाद !
Jatashankar Prajapati
Author
2 Feb 2020 06:06 PM
सादर अभिवादन श्रीमन्
बहुत बहुत धन्यवाद
1 Feb 2020 09:33 AM
बहुत बढ़िया सर जी
Jatashankar Prajapati
Author
2 Feb 2020 06:07 PM
धन्यवाद श्रीमन्
अत्यंत मार्मिक और सत्य को प्रकट करती रचना । आपने बेटी निर्भया की माँ के दर्द को वास्तविकता से चित्रित किया है। और देश की लचर कानून व न्याय व्यवस्था को भी करारा तमाचा मारा है। आपके लेखन को सलाम !
अत्यंत आभार
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