Comments (5)
28 Jan 2020 10:20 AM
बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिलया कोई ।
जो जो दिल खोजो आपनो मुझसे बुरा न कोई।
बुराई और अच्छाई हमारे नजरिए पर निर्भर रहती है।
हम अच्छाई में भी बुराई ढूंढ लेते हैं ।
और यदि कोशिश करें तो बुराई में भी कुछ अच्छाइयां मौजूद रहती हैं।
धन्यवाद !
अंजनीत निज्जर
Author
28 Jan 2020 09:04 PM
??धन्यवाद
मुझे लगता है कि आपने शुरुआत में जो फोटो डाली थी, वही सही है.
Ok
इस फोटो में आप इंटिलेक्चुअल, प्रकृतिप्रेमी और सच्चे अर्थों में कविहृदय लगते हैं.