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या ख़ुदा तेरी नेमत की मेहरब़ान थी ये ज़िंदगी। इसलिए जिंदादिली से रहना सीख लिया। श़ुक्रिया !
आभार
या ख़ुदा तेरी नेमत की मेहरब़ान थी ये ज़िंदगी।
इसलिए जिंदादिली से रहना सीख लिया।
श़ुक्रिया !
आभार