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धन्यवाद सर जी

अजनबी शहर के अजनबी रास्ते मेरी तन्हाई पर मुस्कुराते रहे ।
मैं बहुत दूर तक यूंही चलता गया तुम बहुत देर तक याद आते रहे।
श़ुक्रिया !

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