इस देश में जयचंद और मीर कासिम जैसे गद्दारों की कमी नहीं है।
जो हर किसी क्षेत्र में मौजूद हैंं। जो अपने व्यक्तिगत स्वार्थ की पूर्ति के लिए देश को नीलाम कर देने से भी नहीं चूकेंगें। इन सभी तत्वों को ढूंढ निकाल कर समूल नष्ट करना होगा तभी देश का उद्धार हो सकेगा।
आप की व्यथा पूर्ण आक्रोश के स्वर आपकी देश की अक्षुःःणता बनाए रखने के लिए चिंता को व्यक्त करते हैं।
धन्यवाद !
इस देश में जयचंद और मीर कासिम जैसे गद्दारों की कमी नहीं है।
जो हर किसी क्षेत्र में मौजूद हैंं। जो अपने व्यक्तिगत स्वार्थ की पूर्ति के लिए देश को नीलाम कर देने से भी नहीं चूकेंगें। इन सभी तत्वों को ढूंढ निकाल कर समूल नष्ट करना होगा तभी देश का उद्धार हो सकेगा।
आप की व्यथा पूर्ण आक्रोश के स्वर आपकी देश की अक्षुःःणता बनाए रखने के लिए चिंता को व्यक्त करते हैं।
धन्यवाद !
सादर नमन
सहृदय धन्यवाद