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हम तो बसते हैं उनके द़िलो जाँ में । नज़रों से दूर कर भी दें वो अपने द़िल से दूर कैसे कर पाऐंगे। श़ुक्रिया !
हम तो बसते हैं उनके द़िलो जाँ में ।
नज़रों से दूर कर भी दें वो अपने द़िल से दूर कैसे कर पाऐंगे।
श़ुक्रिया !