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क्यूँ लहरों सी उठ रहीं हैं उरसागर में । कहीं तुम्हारी छवि जो बन रही है मनस पटल पर का दोष तो नही ?
प्रस्तुति का धन्यवाद !
क्यूँ लहरों सी उठ रहीं हैं उरसागर में ।
कहीं तुम्हारी छवि जो बन रही है मनस पटल पर का दोष तो नही ?
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