Comments (6)
20 Mar 2020 08:38 PM
Shandaar Rachna. Congrulation
अंजनीत निज्जर
Author
23 Mar 2020 11:25 PM
Thanks
16 Dec 2019 10:31 AM
ज़िन्दादिल इन्स़ान की कोई उम्र नही होती।ज़िन्दगी के हर पल को वो ज़िन्दादिली से जीता है।
उम्र के क़फ़स की कैद से वो ज़िन्दगी को आज़ाद रखता है ।
श़ुक्रिया !
अंजनीत निज्जर
Author
16 Dec 2019 01:37 PM
Thanks ??
आपकी कविता की सभी पंक्तियां ऐसा व्यक्त करती हैं जैसे की उम्र मानो थम सी गई हो.
आपने अपनी कविता के माध्यम से लोगों को अपनी उम्र का व्यापक संदेश बहुत स्थिरता से दिया है.
शुक्रिया