Comments (3)
2 Dec 2019 09:44 PM
ज़िन्दगी तलाश़ न करो इस मुर्दा दिलों के शहर में।यहाँ तो हर मोड़ पर खड़े हैं व़हशी दरिन्दे मौत का फ़रमान लिये।
इज़हारे तंज़ का शूक्रिया!
Sujata Gupta
Author
3 Dec 2019 01:12 PM
आभार
बहुत ही सुंदर कया कहना आपका धन्यवाद जी