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मै तो तुम्हारी रूह तक में पाबस्ता हूँ। मुझे किस क़दर ज़ुदा कर सकोगे सिर्फ़ तुम्हारे साथ ही फ़ना हो सकू्ँँगा मैं । ब़ेहतरीन शायरी का शुक्रिया
हार्दिक आभार आदरणीय ??
मै तो तुम्हारी रूह तक में पाबस्ता हूँ। मुझे किस क़दर ज़ुदा कर सकोगे सिर्फ़ तुम्हारे साथ ही फ़ना हो सकू्ँँगा मैं ।
ब़ेहतरीन शायरी का शुक्रिया
हार्दिक आभार आदरणीय ??