Comments (4)
11 Nov 2019 06:31 PM
कहानी पढ़कर भावुक हो गया. आंसू आ गए.
अंजनीत निज्जर
Author
12 Nov 2019 11:57 AM
Thank you
पुरानी पीढ़ी एवं नई पीढ़ी के सोच के अन्तर को स्पष्ट करती आपकी कथा सराहनीय है।
Thanks a lot