You must be logged in to post comments.
वाह वाह वाह वाह वाह बहुत ख़ूब
Nice lone राह भीम की कांशीराम ने पकड़ी, बहुजन की नब्ज़ थी मनुवाद से जकड़ी ।
वाह वाह वाह वाह वाह बहुत ख़ूब