मिनोल्टा ओसवाल जी, मैंने आपको दो दिन पूर्व वोट किया था जिसका वोट संख्या 122 है कृप्य मुझे भी वोट देने के कृपा करे आपकी बड़ी मेहरबानी होगी | आपके वोट के इन्तजार में Ram Krishan Rastogi |मेरा ऊपर से नवां स्थान | काफी समय से आपके वोट की इन्तजार कर रहा हूँ मुझे आप से आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है की वोट अवश्य देगी | धन्यवाद
बहुत सुन्दर वाहहह
आदरणीय आपकी रचना स्वागत योग्य है परंतु काव्य प्रतियोगिता के 20 पंक्तियों के नियम का पालन करती प्रतीत नहीं हो रही है। आप अभी भी एडिट में जाकर सुधार कर सकते हैं।
आदरणीय आपकी रचना सराहनीय है कृपया आप हमें वोट करने की कृपा कीजिए रचनाकार नहीं कोई भी रचना बड़ी होती है और माॅ से जैसे विषय पर लिखी रचना को आपका प्रोत्साहन मिलना जरूरी है विनम्र निवेदन कृपया अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें। आशा है आपका वोट अवश्य प्राप्त होगा धन्यवाद आदरणीय ‘‘बस तेरा ही जयकारा है’’
Dhanyawad…
Bohat hi manbhawak Kavita hai
बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी। मां ही मनुष्य की जिन्दगी होती है धन्यवाद आपका जी