आदरणीय आपकी रचना सराहनीय है कृपया आप हमें वोट करने की कृपा कीजिए रचनाकार नहीं कोई भी रचना बड़ी होती है और माॅ से जैसे विषय पर लिखी रचना को आपका प्रोत्साहन मिलना जरूरी है विनम्र निवेदन कृपया अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें। आशा है आपका वोट अवश्य प्राप्त होगा धन्यवाद आदरणीय ‘‘बस तेरा ही जयकारा है’’
प्रिय आदरणीय आपको सहृय आभार अभिनन्दन !!
सुंदर अभिव्यक्ति
प्रिय आदरणीय आपको सहृय आभार अभिनन्दन !!
मेरा मत स्वीकार कीजिये ।मेरी पोस्ट पर भी अपना आशीर्वाद स्वरूप वोट प्रदान कीजिये
आदरणीय प्रिय मित्र! आपके इस माँ के रचना के प्रति मैं नतमस्तक हूँ ! आप निश्चय ही काव्य गंगा के भागीरथ है! नमन उसे माँ को जिसने ऐसे पुत्र को जन्म दिया!
वाह सुंदर भाव, स्वागत योग्य।
महोदय , आपका भी मेरे पृष्ठ
‘मेरी भोली “माँ”
(सहित्यपिडिया काव्य प्रतियोगिता)’
नामक रचना पर स्नेह रूपी मत देने हेतु स्वागत है।। ?
आदरणीय प्रिय मित्र! आपके इस माँ के रचना के प्रति मैं नतमस्तक हूँ ! आप निश्चय ही काव्य गंगा के भागीरथ है! नमन उसे माँ को जिसने ऐसे पुत्र को जन्म दिया!
आपके इस प्रसंसात्मक ब्यवहार का स्वागत मित्र,
आपके जननी को भी शत शत प्रणाम?
सुन्दर लेख .. मेरी रचना ” माँ ” को भी अपने विचार और मत से कृतार्थ करे
आदरणीय प्रिय मित्र! आपके इस माँ के रचना के प्रति मैं नतमस्तक हूँ ! आप निश्चय ही काव्य गंगा के भागीरथ है! नमन उसे माँ को जिसने ऐसे पुत्र को जन्म दिया!
अपना मत देकर कृतार्थ करे….०७ वाँ वोट स्वीकार करे
उत्कृष्ट रचना वोट स्वीकारें और मेरी रचना को भी कृतार्थ करें
आदरणीय प्रिय मित्र! आपके इस माँ के रचना के प्रति मैं नतमस्तक हूँ ! आप निश्चय ही काव्य गंगा के भागीरथ है! नमन उसे माँ को जिसने ऐसे पुत्र को जन्म दिया!
आदरणीय इस अमृत का गागर माँ को मत प्रदान करें
पंक्तियाँ इस प्रकार हैं मेरी रचना की:-माँ तू ममता का विशाल व्योम
Dhanyawad
Pr aapko mt dene ka option kyon nhi dikh rha प्रियवर