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Comments (26)

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22 Jan 2021 07:38 AM

बहुत खूब , सही कहा ।

1 Dec 2018 06:25 AM

बहुत अच्छी अभिव्यक्ति

1 Dec 2018 07:53 AM

Thanks ji

27 Nov 2018 03:06 PM

सुप़भात आप की सोच बडी है । बहुत अच्छा।

1 Dec 2018 07:52 AM

Thanks ji

21 Nov 2018 12:31 PM

बढ़िया सृजन

1 Dec 2018 07:52 AM

Thanks ji

भुखे को मिलती ना मनदीप यहां पर रोटी,
परन्तु पत्थरों को भोजन करवाए जाते है l
बहुत ख़ूब

17 Nov 2018 08:04 PM

धन्यबाद जी

11 Nov 2018 08:23 PM

बहुत सुन्दर रचना…..

11 Nov 2018 08:26 PM

धन्यबाद जी, कृपा मेरी दुसरी पोस्ट मां पर वोट करे

बहुत मार्मिक

8 Nov 2018 08:07 PM

धन्यबाद जी, कृपा मेरी दुसरी पोस्ट पर वोट करे

8 Nov 2018 06:46 PM

Very nice

8 Nov 2018 06:54 PM

Thanks ji

8 Nov 2018 08:26 AM

सुंदरतम

8 Nov 2018 08:32 AM

कृपा माँ कविता पर भी वोट कर देते । धन्यबाद जी

बेहद ही उम्दा रचना….

6 Nov 2018 11:45 PM

धन्यवाद जी

सत्य दर्शाती रचना

6 Nov 2018 04:43 PM

धन्यवाद जी

4 Nov 2018 05:13 PM

Nice

5 Nov 2018 04:23 AM

Thanks ji

Ture lines sir

4 Nov 2018 08:37 AM

धन्यवाद जी

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