Comments (5)
11 Nov 2018 10:12 AM
गार्गी जि आपकी रचना सुंदर है !मेरी रचना पे अपनी दृष्टी देकर वोट करने का प्रयास करे 1
3 Nov 2018 08:41 PM
वो है हर दिन का सवेरा
3 Nov 2018 12:51 PM
संघर्ष की देवी माँ है मेरी तेरी,
माँ न इसकी माँ न उसकी,
माँ का होना ही ऐश्वर्य यहाँ पर,
अंधकार में मशाल की फेरी,
माँ न मेरी माँ न तेरी,
यम भी भयभीत हो जिससे,
वो माँ है मेरी वो माँ है तेरी।।
जो माँ है मेरी वो माँ है तेरी वही जननी वही पालनहार वही विश्वास हम सब की ।।
जय हिंद
जय मेधा
जय मेधावी भारत
उत्तम लेख कवयित्री महोदया ।।
Nice lines Gargi hi… Nothing is said about the greatness of the mother…