अपने जो लिखा हे वो बोहोत अच्छा लिखा हे मुझे बोहोत परसंद हे और ऐसे ही लिखते रहना सायद कोई पढ़ के समाज जाये तो उनका कल्याण होगा
आप संस्कृति की बस्ती कराटे हो , लेकिन वो तो मुझे कही नजर नहीं अ रही अब हमारे भारत देश में क्यों की हमारा भारत तो बोहोत आगे जायेगा वेस्टर्न कल्चर अपना रहा हे इस लिए लेकिन किसीको ये पता नहीं हे की ये जो हम वेस्टर्न कल्चर अपना रहे हे और उसमे अंधे बने हे वो हमारा नाश करेगा !!! लेकिन सब लोग यही सोचते हे की बस लाइफ में क्या हे ,,,, खाओ पीओ और मोज करो और कुछ नहीं ,, और आप उनको बता रहे हो की हमारे सास्त्रो के अनुसार 4 आश्रम आते हे लेकिन उन लोगो को क्या पता कैसे समजेंगे ये लोग/??? क्यों की ये लोग तो गधे से भी बेटर हे कुत्ते जेसे लेकिन अब तो कुत्ते भी समजने लगे हे पर ये लोग कभी नहीं समजेंगे हम लाख कोशिश करेंगे फिर भी ये यही बोलेंगे की पुरुष में और हम स्त्रियों में क्या फर्क हे ??? हम भी पुरुष के साथ कंधे से कन्धा मिला के चलेंगे और ये महिलाओ कोबदव दे रहा हे हमारा pm साहब उन्होंने तो सास्त्रो पढ़े होंगे तो क्या उनको भी मालूम नहीं हे की पुरुष और महिलाओ में कितना फर्क हे ????
बहुत अच्छा आर्टीकल