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तुम ही मेरी राह हो, तुम ही मेरी मंजिल हो, तुम ही मेरे हमसफ़र ,तुम ही मेरे हमनफ़स, तुम ही मेरे हमऩवा ,तुम ही मेरी जिंदगी के सहारे हो ।
तुम रूठ जाओ तो यह फिज़ा रूठ जाए , ये बहार रूठ जाए , ये जहां रूठ जाये ।
गर तुम मुस्कुरा दो तो खिजाँ मे भी बहार आ जाए।
अब तक जो मुरझाया फूल सा दिल मेरा खिल उठे और ज़िंदगी खुश़गवार बन जाए।

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