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पिता की छत्रछाया वो कवच है जो वह अपनी सन्तान को उसके आश्रय मे प्रदान करता है ।
अपना सब कुछ बलिदान कर वह अपनी संतान की सुरक्षा एवं सुख समृद्धि की कामना करता है ।
आपके विचार प्रशंसनीय हैं ।

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