अंजनीत निज्जर
Author
14 Nov 2019 04:36 PM
Waah
अंजनीत निज्जर
Author
14 Nov 2019 04:37 PM
Lijiye kavita puri ker di?
Very-Very Nice line अब बहुत मन भर
गया बड़प्पन और मान से।
है बहुत तृप्त अहम
झूठी आन बान शान से।
इसको भी एक दिन का ‘उपवास’ चाहिए।