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18 Mar 2023 11:06 AM

सुन्दर रचना है पर मुझे उस कवि से सहानुभूति भी है कि वह नयनों के वार से घायल हैं। शिव तो अपने नेत्राग्नि से नयनावति को भस्म करने या वशिभूत करने की शक्ति रखते हैं।

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