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जय हो!

मैं हूं मित्र , यह दुखड़ा सुनने को तैयार;

मगर , आगे से रहें आप सदा होशियार।

जग में, सबसे प्यारा होता निज परिवार;

सब साथ रहें, व करें हर अपनों से प्यार।

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